Thursday, March 5, 2020

‘गोकशी के शक़’ में मुस्लिम युवकों की पिटाई, पुलिस ने मामला दर्ज किया

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर ज़िले में दो मुस्लिम युवकों की पिटाई का वीडियो सामने आया है.

बताया जा रहा है कि क़रीब आधा दर्जन लोग कार से उतार कर इन दोनों युवकों को इसलिए लाठी-डंडों से पीटने लगे क्योंकि उन्हें शक़ था कि ये लोग गोकशी के साथ-साथ दिल्ली में हुई सांप्रदायिक हिंसा से भी जुड़े हैं.

पुलिस ने इस मामले में अज्ञात युवकों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज कर लिया है लेकिन अभी तक किसी की गिरफ़्तारी नहीं हो सकी है. बुलंदशहर के पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने बीबीसी को बताया, "मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच की जा रही है. प्रथमद्रष्ट्या ये मामला आपसी दुश्मनी का लगता है जिसकी वजह से कुछ लोगों ने मिलकर इन दो लोगों को पीटा है. हमें पता चला है कि इसके पीछे छेड़खानी भी वजह हो सकती है. हम सभी पहलुओं की जांच करा रहे हैं. जल्द ही दोषियों को पकड़ लिया जाएगा."

घटना दो दिन पुरानी है लेकिन वीडियो वायरल होने के बाद इसके बारे में लोगों को पता चला. बताया जा रहा है कि बुलंदशहर-ख़ुर्जा रोड पर ज़ुनैदपुर गांव में कुछ लोगों ने दो युवकों को बुरी तरह से पीटा. जो वीडियो सामने आया है उसमें साफ़ दिख रहा है कि पीटने वाले युवक इन दोनों युवकों यानी उमर और राहिल को बुरी तरह से गालियां दे रहे हैं और डंडे से मार रहे हैं. वीडियो में दिख रहा है कि उमर के कपड़े फाड़ दिए गए हैं और डंडों के अलावा उन्हें पैरों से और घूंसों से भी मारा जा रहा है. उमर और राहील उन लोगों से हाथ जोड़कर उन्हें न मारने की अपील कर रहे हैं.

उमर बताते हैं, "हम लोग भैंस के लिए गाजर लेने गए थे. इसी दौरान हमें बाइक सवार लोगों ने यह कहते हुए घेर लिया कि देखो मुल्ला आ रहा है. ज़रूर यह दिल्ली से ही आ रहा होगा या फिर गाय काटकर आ रहा होगा. इतना कहते ही हम दोनों को हमारी गाड़ी से उतारा और बुरी तरह से पीटने लगे. हम कहते रहे कि जो आप सोच रहे हो, वो हम नहीं हैं, हम भी आपके भाई हैं लेकिन उन लोगों ने हमारी एक न सुनी. सुनसान जगह थी इसलिए कोई हमारी मदद को भी नहीं आया. बाद में हमने पुलिस को सूचना दी तो पुलिस वालों ने हमें अस्पताल पहुंचाया."

पुलिस ने फ़िलहाल इस मामले में मुक़दमा दर्ज कर लिया है लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. पुलिस घटना के पीछे आपसी रंजिश ही देख रही है लेकिन दोनों युवकों का कहना है कि जिन लोगों ने उन्हें मारा-पीटा है, वो उनको जानते तक नहीं थे.

उमर का ये भी कहना है कि जिन लोगों ने उनकी पिटाई की वो उस पर तेज़ाब डालने की भी तैयारी कर रहे थे. पिटाई का वीडियो किसने बनाया, इस बारे में न तो उमर और न ही राहील कुछ बताते हैं और न ही पुलिस को कुछ मालूम है. पुलिस को सिर्फ़ इतना मालूम है कि युवकों की पिटाई हुई है. पिटाई क्यों हुई है, इस बारे में पुलिस के अलग तर्क हैं. फ़िलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.

पिछले साल जून महीने में हापुड़ में कासिम नाम के एक व्यक्ति की गोकशी के ही शक़ में पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी. भीड़ ने उसी समय एक अन्य व्यक्ति को भी काफ़ी मारा-पीटा था जिसका अभी भी अस्पताल में इलाज चल रहा है.

No comments:

Post a Comment